
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए 23 वर्षीय अग्निवीर मुदवथ मुरली नाइक का पार्थिव शरीर शुक्रवार देर रात श्री सत्यसाई जिले में उनके पैतृक गांव पहुंचा। गोरंटला मंडल के कल्ली थांडा निवासी नाइक ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के एक रिजर्व क्षेत्र में चल रहे ऑपरेशन के दौरान गोलीबारी के दौरान सुबह करीब 2 बजे अपनी जान गंवा दी। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, “अग्निवीर मुरली नाइक का पार्थिव शरीर पेनुकोंडा निर्वाचन क्षेत्र के गोरंटला मंडल में गुम्मय्यागरीपल्ली क्रॉस के माध्यम से कल्ली थांडा गांव पहुंचा।” नाइक का पार्थिव शरीर सबसे पहले बेंगलुरु हवाई अड्डे पर पहुंचा, जहां पेनुकोंडा विधायक और बीसी कल्याण मंत्री एस सविता ने उसका स्वागत किया। शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि देने के बाद, उनके पार्थिव शरीर को 300 वाहनों के सैन्य काफिले में बेंगलुरु हवाई अड्डे से गोरंटला ले जाया गया। नाइक के गांव के रास्ते में सैकड़ों लोगों ने देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए सैनिक को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने पुष्प वर्षा की और भारतीय झंडे लहराते हुए एंबुलेंस के पीछे दौड़े। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि बाद में गुम्मय्यागरीपल्ली से कल्ली थांडा तक उनके पार्थिव शरीर को ‘भारत माता की जय’ और ‘मुरली नाइक अमर रहे’ के नारों के बीच जुलूस के रूप में ले जाया गया। इस दौरान सविता, सरकारी अधिकारी और हजारों लोग मौजूद थे। कल्ली थांडा में सैनिक के घर पहुंचने पर नाइक की मां ज्योति बाई, परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और अन्य लोग उनके ताबूत के पास फूट-फूट कर रोए। लोग ‘वंदे मातरम’ के नारे लगा रहे थे। इस दौरान बीसी कल्याण मंत्री ने उन्हें सांत्वना देने की कोशिश की। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में दक्षिणी राज्य के दो लोगों जेसी चंद्र मौली (68) और एस मधुसूदन (45) की भी आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।