ई-कॉमर्स या इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स एक डिजिटल बाज़ार है जहाँ व्यवसाय और उपभोक्ता वेबसाइट, मोबाइल ऐप या अमेज़न, ईबे और फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं को खरीद और बेच सकते हैं। ई-कॉमर्स ऑनलाइन शॉपिंग को दुनिया भर में ज़्यादा सुविधाजनक और सुलभ बनाता है।
ई-कॉमर्स के कुछ प्रमुख पहलू इस प्रकार हैं
ऑनलाइन शॉपिंग:
ग्राहक ऑनलाइन उत्पादों और सेवाओं को ब्राउज़ कर सकते हैं, उन्हें अपनी शॉपिंग कार्ट में डाल सकते हैं और ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं.
डिजिटल बाज़ार:
ई-कॉमर्स एक डिजिटल बाज़ार है जहां व्यवसाय और ग्राहक उत्पादों और सेवाओं का आदान-प्रदान कर सकते हैं.
विभिन्न प्रकार के लेनदेन:
ई-कॉमर्स में व्यवसाय से व्यवसाय (B2B), व्यवसाय से ग्राहक (B2C), ग्राहक से ग्राहक (C2C) और ग्राहक से व्यवसाय (C2B) जैसे विभिन्न प्रकार के लेनदेन शामिल हैं.
मोबाइल ई-कॉमर्स:
मोबाइल ई-कॉमर्स एक महत्वपूर्ण पहलू है, जहां ग्राहक मोबाइल फोन और टैबलेट के माध्यम से शॉपिंग कर सकते हैं.
ई-कॉमर्स के लाभ:
ई-कॉमर्स में व्यापक ग्राहक आधार, कम लागत, और तेज़ शिपिंग जैसे कई लाभ हैं.
संक्षेप में, ई-कॉमर्स ऑनलाइन उत्पादों और सेवाओं की खरीद और बिक्री का एक डिजिटल बाज़ार है जो व्यवसायों और ग्राहकों को दुनिया भर में एक-दूसरे से जुड़ने और व्यापार करने की अनुमति देता है.
ई-कॉमर्स की शुरुआत कब हुई? (शुरुआत)–1994 में वर्ल्ड वाइड वेब के उदय और पहले ऑनलाइन स्टोर के लॉन्च ने ई-कॉमर्स के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। इस अवधि के प्रमुख क्षणों में से एक पहला सुरक्षित ऑनलाइन लेनदेन था। 1994 से ई-कॉमर्स का विकास जारी है, जिसमें अमेज़न और ईबे जैसे प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म उभर कर सामने आए हैं।4 Oct 2024